राजस्थान के कई शहरो में डॉक्टर व नर्सिंग छात्र विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़को पर उतर आए।
छात्रों ने बताया, कि हमने कोरोना महामारी के दौरान निःस्वार्थ भाव से लोगो की सेवा की है और घर घर जाकर सर्वे भी किये है। ऐसे में RUHS और RNC हमे अगले सत्र में प्रमोट नही कर रहे है जो कि सभी छात्रों के साथ खिलवाड़ है।
छात्रों ने बताया कि हमने कई मंत्रियों को हमारी मांग से अवगत करा दिया है। चिकित्सा मंत्री से भी हम निवेदन कर चुके हैं और जिला कलेक्टर को हम तीन बार ज्ञापन दे चुके है। लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नही आया है।
सभी छात्र कोरोना महामारी के दौरान अपनी ड्यूटी कर रहे है। इस कारण उनकी पढ़ाई भी ठीक से नही हो पा रही है। छात्रों ने सरकार से इस मामले पर कार्यवाही करने कि माँग की है।
इंडियन नर्सिंग काउन्सिल ने कोरोना महामारी को देखते हुए , 1 जुलाई को आदेश जारी किया था, कि सभी नर्सिंग छात्रों को आगमी कक्षा में प्रमोट किया जाए। आदेश का पालन करते हुए अन्य सभी राज्यों में नर्सिंग छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया। लेकिन राजस्थान में अभी तक नर्सिंग छात्रों को प्रमोट नही किया है।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर सभी छात्रों को प्रमोट करने की पुष्टि की थी लेकिन ये अज्ञात है कि सिर्फ राजस्थान में ही डॉक्टर और नर्स को अगले सत्र में प्रमोट के करने में क्या अड़चने है।
छात्रों ने चेतावनी दी है कि अगर वे इनकी मांगो की सुनवाई जल्द से जल्द नही करते हैं तो छात्र अपनी ड्यूटी नही करेंगे और हड़ताल पर चले जायेंगे।