Home Healthcare Legends कमला हैरिस: एक भारतीय बायोलॉजिस्ट की बेटी जो होगी अमेरिका की उपराष्ट्रपति

कमला हैरिस: एक भारतीय बायोलॉजिस्ट की बेटी जो होगी अमेरिका की उपराष्ट्रपति

Syamala Gopalan with Kamala Harris

अमेरिका में इस साल के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे लगभग मिल गये है और इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी ने बहुमत हासिल किया। इस चुनाव में राष्ट्रपति के रूप मे जो बाइडेन को जनता ने बहुमत दिया उससे ये तय है कि अमेरिका के अगले राष्ट्रपति बाइडेन बनेंगे। उनकी पार्टी ने उनके साथी उम्मीदवार कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति के लिये चुना है, जो कि अमेरिका की अगली उपराष्ट्रपति बनेंगी।

अमेरिका के इतिहास मे पहली बार अश्वेत महिला उपराष्ट्रपति बनेगी। जो रंगभेद के खिलाफ अहम कड़ी हैं।

कमला हैरिस का नाम भारत से भी जुड़ा है। इसका कारण उनकी माता श्यामला गोपालन है जो भारतीय मूल की थी। श्यामला एक प्रसिद्ध बॉयोलॉजिस्ट भी थी। इनकी रिसर्च की मदद से महिलाओं में होने वाले स्तन कैंसर के इलाज में नए आयाम जुड़े और बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसे हमेशा याद रखा जाता है।

Syamala Gopalan with Kamala Harris

श्यामला अपने माता-पिता के साथ दक्षिण भारत के थुलसिंथरापुरम में रहा करती थीं। इनके पिता सिविल सेवा में थे जिसके कारण वह चैन्नई, दिल्ली, कोलकाता जैसे महानगरों में रहने का अवसर मिला।

श्यामला ने गृह विज्ञान में बीएससी की पढ़ाई दिल्ली के Lady Irwin College से की तथा इसके बाद University of California, Berkeley से MSc की पढ़ाई की और साल 1964 में Nutrition Endocrinology में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की।

उनका PhD के समय व्याख्यान का टॉपिक यह रहा ‘The isolation and purification of a trypsin inhibitor from whole wheat flour’ था।

श्यामला ने यूसी बर्कले के लैब में अपनी कैंसर से जुड़ी रिसर्च पूरी की, साथ ही अपनी रिसर्च यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस के उरबाना-शैंपेन और विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय में भी जारी रखी। उन्होंने लेडी डेविस इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल रिसर्च सेंटर में लगभग 16 वर्ष तक काम किया और उसके बाद उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के लिए और संघीय सलाहकार समिति के लिए भी कार्य किया।

वे एक बहेतरीन रिसर्चर के साथ ही भारतीय शास्त्रीय संगीत की गायिका भी थी, जिन्होंने बचपन में एक राष्ट्रीय गायन प्रतियोगिता में जीत हासिल की थी।

श्यामला की मृत्यु 2009 में colon cancer से हुई। उन्होंने फूलो के गुलदस्तों की बजाय उसी धन को Breast Cancer Action आर्गेनाइजेशन को दान में देने के लिये प्रार्थना की।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version